भालू भाई भालू भाई, बात सुनो तुम भालू भाई। किसान के कपड़े हमने पहने, रंग बिरंगे कपड़े पहने, शरीर में ... भालू भाई भालू भाई, बात सुनो तुम भालू भाई। किसान के कपड़े हमने पहने, रंग बिरंगे क...
ऐसी अपनी वाणी को, विराम देती हूँ, मेरी ऐसी दशा क्यों बनाई। ऐसी अपनी वाणी को, विराम देती हूँ, मेरी ऐसी दशा क्यों बनाई।
ऐसा समय था जिसमें हमने बहुत कुछ खोया और बहुत कुछ पाया। ऐसा समय था जिसमें हमने बहुत कुछ खोया और बहुत कुछ पाया।
प्रीति किसी से प्यार करती थी और मुझे पता भी नहीं था , प्रीति किसी से प्यार करती थी और मुझे पता भी नहीं था ,
आज जब चुनावी गहमागहमी जोरों पर है तो मंदिर की सीढ़ियों पर भी श्रद्धालुओं के चर्चा का विषय चुनाव ही है... आज जब चुनावी गहमागहमी जोरों पर है तो मंदिर की सीढ़ियों पर भी श्रद्धालुओं के चर्चा...
आरुष हंस पड़ा। उसने मुस्कुराते हुए कहा "उसको भी बदलाव चाहिए।" आरुष हंस पड़ा। उसने मुस्कुराते हुए कहा "उसको भी बदलाव चाहिए।"